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Monday, January 15, 2018

जम्मू ट्रिप - पहला दिन : "दिल्ली से कटरा"

|| जय माता दी ||

माता श्री वैष्णों देवी जी का ध्यान मन में आते ही ऊपर लिखे ये तीन शब्द (जय माता दी) अनायास ही मुँह से निकल जाता है। जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित त्रिकूट पर्वत की चोटियों पर निवास करने वाली माता श्री वैष्णों देवी जी का धाम बहुत ही पावन, प्रसिद्ध, सुन्दर और सुरम्य है। इस विषय में अधिक पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

पहली बार मुझे श्री वैष्णों देवी जी के दर्शनों का सौभाग्य सन् 2006 में मिला। मैं पाँचवीं कक्षा की परीक्षा देकर गर्मी की छुट्टियों में अपने माता-पिता जी के साथ वैष्णों देवी गया था। उस समय की यादें अब काफी हद तक धुँधली हो चुकी हैं, लेकिन उस यात्रा में मुझे बहुत आनन्द मिला था। शायद यही कारण रहा कि मैं वहाँ से वापस आने के पश्चात निरन्तर ही पुनः माता श्री वैष्णों देवी जी के दर्शनों का आकाँक्षी रहा। मैंने कई बार वहाँ जाने की योजना भी बनायी लेकिन किसी-न-किसी कारणवश जा नहीं पाया।
ग्यारह वर्ष व्यतीत हो गये पर मैं दुबारा माता जी के दर्शन नहीं कर सका। दिसंबर 2017 में एक दिन यूँ ही मेरे मन में विचार आया कि इस बार नये वर्ष की शुरुआत माता जी के दर्शनों से की जाये, अतः मैंने झटपट 29 दिसम्बर 2017 की अपनी एक टिकट बुक करवा ली। जब इसकी जानकारी मैंने अपने घर पर दी, तो ये हुआ कि इतनी दूर अकेले नहीं जाना है किसी और को भी साथ ले जाओ। मैंने अपने एक पुराने सहकर्मी सौरभ जी को अपने जम्मू ट्रिप की जानकारी दी और उन्हें साथ चलने का निमन्त्रण दिया, वो तुरन्त तैयार हो गये। फिर मैंने उनकी टिकट और कटरा में ठहरने के लिये एक होटल भी बुक किया। अब बस बहुत ही बेसब्री से मैं 29 दिसम्बर का इंतज़ार करने लगा। इसी बीच मैंने इन्टरनेट पर बहुत-से यात्रा ब्लॉग पढ़े तो उससे प्राप्त जानकारी के बाद मैंने माता जी के दर्शनों के साथ-साथ शिव खोड़ी और पटनीटॉप जाने का भी कार्यक्रम बना लिया।

इंतज़ार के पल बहुत लम्बे होते हैं— खैर दिन-रात बीतते-बीतते वो तारीख़ भी आ गयी जिसका हमें इंतज़ार था। 29 दिसम्बर 2017 को सुबह-ही-सुबह मैंने अपने सामान पैक किये और फिर जय माता दी बोलकर मेट्रो स्टेशन की तरफ निकल पड़ा। बाटा चौक मेट्रो स्टेशन पर ही मुझे सौरभ मिले और फिर वहाँ से हम दोनों साथ-साथ आनन्द विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन पहुँचे, वहाँ पहुँचकर हम ट्रेन में अपने-अपने स्थान पर बैठ गये और फिर समय पर गाड़ी चल पड़ी। यूँ तो मैं घर से भोजन करके आया था लेकिन ट्रेन ने अभी दिल्ली भी नहीं पार किया कि मुझे भूख लग गयी। मैंने देरी न करते हुये बैग से आलू-पराठे और आचार निकाल लिया जो चाची जी ने बनाकर रास्ते के लिये दिया था। मुझे खाता देखकर सौरभ को भूख लगना स्वाभाविक था दोनों ने मजे से खाकर अपनी क्षुधा शान्त की फिर सो गये। जब हम सुबह उठे तो ट्रेन लुधियाना पहुँचने वाली थी, मोबाइल में देखा तो पता चला कि ट्रेन 03 घंटे की देरी से चल रही है। मुझे पंजाब घूमने का बहुत मन करता है, अभी तक कभी गया नहीं हूँ, तो ट्रेन में बैठकर जितना पंजाब दिख रहा था उतने का आनन्द लेने लगा। यहाँ दिल्ली के मुकाबले ठण्डी बहुत अधिक थी, और कई जगह धुंध के कारण बाहर देखना भी मुश्किल हो रहा था। जब पिछली बार मैं वैष्णों देवी आया था तब ट्रेन की सुविधा केवल जम्मू तक ही थी, वहाँ से आगे बस द्वारा जाना पड़ता था। लेकिन अब तो सीधे कटरा तक ट्रेन जाती है। जम्मू और कटरा के बीच उधमपुर के आसपास मुझे ऐसे कई पहाड़ दिखे जहाँ मैं ट्रेन से उतरकर जाना चाहता था, लेकिन ये संभव नहीं था क्योंकि वहाँ तक पहुँचने का कोई रास्ता ही नहीं बनाया गया था, वहाँ शायद पर्वतारोही ही जा सकें। खैर खाते-पीते, पर्वत-पहाड़ देखते, पहाड़ी रहन-सहन को उत्सुकता से निहारते-निहारते शाम हो चली, ट्रेन 05 घंटे 30 मिनट की देरी से कटरा स्टेशन पहुँच गयी। जैसा हमारा पूर्वानुमान था उस हिसाब से यहाँ कुछ खास ठण्डी नहीं लग रही थी।

हम स्टेशन से बाहर आये और ऑटो से होटल ईशान पहुँचे जो कि कटरा बस अड्डे से पचास कदम की दूरी पर है। हमने अपने कमरे में अपना सामान रखा और फिर पास के बस अड्डे पर पहुँचकर वहाँ से एक प्राइवेट ट्रेवल एजेंट द्वारा अगले दिन शिव-खोड़ी जाने के लिये बस में टिकट बुक करवा ली। ट्रेवल एजेंट ने बताया कि बस यहाँ से सुबह ठीक 09:00 बजे शिव-खोड़ी जायेगी, वहाँ पर आपको 04 घंटे घूमने के लिये दिये जायेंगे और फिर वही बस शाम को वापस ले आयेगी। दोनों तरफ का किराया 200/- रूपये प्रति व्यक्ति था। शिव-खोड़ी पहुँचने की व्यवस्था बनाकर हम वापस अपने होटल आये हाथ-मुँह धोकर आराम करने लगे। ट्रेन में ही कुछ-न-कुछ खाने की वजह से रात्रिभोज की इच्छा न मेरी हुई न सौरभ की। हमने अपने शिव-खोड़ी यात्रा की तैयारी बनायी और फिर सो गये।

जम्मू ट्रिप - दूसरे दिन (शिव-खोड़ी) की यात्रा करने के लिये यहाँ क्लिक करें।

एक मिनट ! क्लिक करने से पहले यहाँ कुछ तस्वीरें देख लेते हैं :-

कटरा रेलवे स्टेशन

ट्रेन से ऐसे दृश्य खूब देखने को मिलेंगे 

पंजाब में भोर का एक दृश्य

साभार इंटरनेट : हमारे होटल का कमरा (होटल ईशान, कटरा जम्मू)


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