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Tuesday, January 16, 2018

जम्मू ट्रिप - चौथा दिन : "कटरा से दिल्ली तथा यात्रा टिप्स"

पूरी जम्मू ट्रिप को शुरु से पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें

दिनाँक 02 जनवरी 2018, कल इतना थक गये थे कि सुबह कब हुयी पता ही नहीं चला। सुबह लगभग 08:00 बजे एक बार नींद अवश्य खुली लेकिन उठा नहीं गया, फिर लगभग 11:00 बजे जब पापा की कॉल आयी तब उठे। बिस्तर से उतरने के बाद आगे नहीं बढ़ा जा रहा, पैर में बहुत दर्द हो रहा था। खैर किसी तरह ब्रश इत्यादि करके चाय पीया। मेरे जागने के लगभग आधे घंटे बाद सौरभ भी उठे। वैसे तो आज हमें सुबह 10:00 बजे पटनीटॉप जाना था लेकिन उठे ही नहीं तो जाते कहाँ? आज ही रात को हमारी दिल्ली की ट्रेन थी और प्रयास करने पर भी अगले दिन का टिकट नहीं मिल पाने के कारण हमने पटनीटॉप जाने का विचार त्याग दिया। वहाँ पर कुछ लोगों ने बताया कि इस समय वहाँ बर्फ़बारी भी नहीं हो रही तो जाने का मन भी ज्यादा नहीं हुआ। पूरा दिन लगभग आराम करने में गया फिर शाम को कटरा घूमने निकले, थोड़ा खाया-पिये फिर वहाँ की बाजार और दुकानें देखते-देखते घूम-फिरकर वापस होटल आ गये। अब बारी थी पूरे कमरे में बिखरे सामान को समेटकर बैग में रखने की, हाँ-हाँ सिर्फ अपना सामान, होटल का नहीं। हमने अपना सामान पैक किया फिर रात को करीब 11:00 बजे हम चेकआउट करके कटरा स्टेशन की तरफ चल पड़े, यहाँ 11:50 बजे हमारी गाड़ी थी। ट्रेन के चलते ही हम सो गये और फिर सुबह आँख खुली तब से दिल्ली पहुँचने में बहुत ऊब गये क्योंकि ट्रेन जगह-जगह बहुत देर-देर तक रुक रही थी। आखिर में 06:00 घंटे की देरी से ट्रेन आनन्द विहार रेलवे स्टेशन पर पहुँची, हमने यहीं से अपने घर जाने के लियी मेट्रो पकड़ी।

माँ वैष्णों देवी जी एवं शिव जी का आशीर्वाद, मोबाइल और कैमरा मिलाकर 600 से अधिक तस्वीरें, बहुत से नये लोगों के साथ का संपर्क, होटल के अच्छे स्टाफ का व्यवहार, और भी बहुत-सारी सोमंचित करने वाली यादें तथा ढेर सारी थकान अपने दामन में समेटे अपने निवास स्थान पर पहुँचा। उन सभी का आभार जिन्होंने मेरी यात्रा के शुभ होने में दुआओं से सहयोग दिया। कुल मिलाकर बहुत-ही यादगार सफ़र रहा, मैं बार-बार जाना चाहूँगा। इस बार जो देखना रह गया है वो फिर कभी जाकर पूरा करूँगा, अपने अगले जम्मू-ट्रिप में दुबारा जब भी जाऊँगा तो पटनीटॉप, नत्थाटॉप और मानतलाई जाने की बड़ी तीव्र इच्छा है। देखते हैं अब ईश्वर अपने कौन-से नये स्वरुप के दर्शन करवाते हैं...


|| जय माता दी ||


जम्मू यात्रा के टिप्स :-

  1. सबसे पहले श्री वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट से वहाँ के मौसम और यात्रियों की संख्या देखकर वहाँ जाने की योजना बनाना चाहिये। वेबसाइट पर पहुँचने के लिये यहाँ क्लिक करें।
  2. अपने आने-जाने के लिये बस/ट्रेन/विमान का टिकट और वहाँ ठहरने के लिये होटल इत्यादि का आरक्षण कर लेना चाहिये। होटल की बुकिंग आप यहाँ क्लिक करके करेंगे तो आपको पूरे 700/- रूपये की छूट मिलेगी।
  3. श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से उस दिन की यात्रा-पर्ची ले लेनी चाहिये जिस दिन आप चढ़ाई करना चाहते हैं।
  4. अगर आप हेलीकॉप्टर द्वारा कटरा से साँझीछत तक जाना चाहते हैं तो उसका भी आरक्षण करवा लेना चाहिये। इसकी सुविधा भी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
  5. यात्रा के दौरान जरूरी दवाएँ अपने साथ रखना न भूलें।
  6. जम्मू में प्रीपेड की सिम नहीं चलती, इसलिये आप वहाँ पोस्टपेड सिम लेकर जायें अथवा आप वहाँ पहुँचकर यात्री-सिम अवश्य खरीदें जिससे आप अपने स्वजनों के संपर्क में रहें। इंटरनेट के माध्यम से आप वहाँ के अधिकारीयों के संपर्क-सूत्र देखकर अपने मोबाइल में सुरक्षित कर लें, जिससे आपात स्थिति में आप सहायता ले सकें।
  7. चढ़ाई के दौरान बिलकुल जल्दबाजी न करें, अथवा बाद में परेशानी हो सकती है। जो गलती मैंने की मैं नहीं चाहता आप भी करें। अच्छा रहेगा कि भवन पहुँचकर वहाँ कमरा लेकर आराम कर लें फिर नहा-धोकर तब दर्शन के लिये जायें। मेरी तरफ नहाने से परहेज न करें।
  8. भैरोंनाथ पर आपको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, अतः वहाँ की चढ़ाई के दौरान जल्द-जल्दी रुककर विश्राम करें फिर आगे बढ़ें। अगर स्वास्थ्य साथ न दे तो सीढ़ियों से चढ़ाई करने से बचें।
  9. अपने साथ चढ़ाई के दौरान जितना कम-सामान रखेंगे उतना ही आपका सफ़र आसान रहेगा।
  10.  प्रसाद इत्यादि भवन पर मिलते हैं, इसलिये नीचे से लेकर न चढ़ें। वहाँ आपको हर दुकानदार यही कहता मिलेगा कि आगे प्रसाद नहीं मिलता।
  11.  जहाँ-जहाँ पत्थर खिसकने की आशंका है, वहाँ बोर्ड लगा होता है, उसके आसपास रुकने की गलती न करें।
  12.  नशीले पदार्थ तथा अति तैलीय खाद्य-पदार्थों के सेवन से बचें।
  13.  उलटी हो, जी मचलाये तो तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य सहायता केंद्र से संपर्क करें।
  14.  वहाँ बहुत-से लोग अकेले यात्रा करने आते हैं, लेकिन अकेले यात्रा न करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा।
  15.  अगर आप सर्दियों में जा रहे हैं, तो कटरा के तामपान को देखते हुये, गर्म कपडे ऊपर न जाने की भूल न करें। कटरा की अपेक्षा ऊपर बहुत अधिक ठण्डी रहती है।
  16.  अगर क्लॉकरूम पर अधिक भीड़ मिले तो मेरा वाला आईडिया अपनायें, अर्थात् बाहर से प्रसाद लेकर वहीं रखें।
  17.  गुफा के अन्दर माता जी पिण्डी स्वरुप में हैं, अतः ऐसा न हो आप मूर्ति ढूँढते रहें और दर्शनों से वंचित रह जायें।
  18.  पूरी यात्रा में कहीं-भी अनुशासनहीनता न करें, इससे आपके साथ यात्रियों को भी असुविधा होगी और आप भी कानूनी पचड़े में पड़ सकते हैं।
  19.  अगर वैष्णों-देवी के साथ-साथ और कहीं जैसे शिव-खोड़ी इत्यादि घूमने की योजना के साथ जा रहे हैं तो एक जगह घूमने के बाद एक दिन या एक रात का आराम लेकर ही अगली यात्रा शुरू करें। थके हुये शरीर से न यात्रा का आनन्द आयेगा न फोटो अच्छी आयेगी।
  20.  चढ़ाई पूरी श्रद्धा और जयकारों के साथ करें, कि यही एकमात्र रास्ता है जो आपको थकने नहीं देगा, और आपका आनन्द कई गुना बढ़ायेगा।

आशा करता हूँ मेरी पूरी यात्रा पढ़ने के बाद आपको अपनी यात्रा में काफी मदद मिलेगी। पूरे ट्रिप के दौरान ली गयी तस्वीरें देखने के लिये तथा प्रश्न पूछने के लिये नीचे दिये गये किसी भी सोशल साईट पर क्लिक करके मुझसे संपर्क कर सकते हैं...


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फिर मिलते हैं एक नयी यात्रा के साथ...


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