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मुझे तुमसे अपने ह्रदय की बात कहना है,
मुझे तो ज़िन्दगी भर बस तुम्हारे साथ रहना है।
मेरा वादा नहीं है चाँद-तारे तोड़ लाने का,
मेरा वादा नहीं है उस फ़लक पर घर बनाने का।
मेरा वादा नहीं है कि तेरी हर बात मानूँगा,
न वादा है कि बिन कहे हर बात जानूँगा।
परेशानी में अक्सर ही तुम्हें रुशवा करूँगा मैं,
तेरी छोटी सी गलती पर बहुत गुस्सा करूँगा मैं।
मेरा वादा नहीं है कि तुम्हें हर पल हँसाऊँगा,
मुझे तुम छोड़ मत जाना भले कितना रुलाऊँगा।
मैं जानता हूँ मैं तुम्हें ज्यादा सताता हूँ,
तुम्हें दिल की सभी बातें भी अक्सर कम बताता हूँ।
मेरा वादा है मैं अपनी सब कसमें निभाऊँगा,
तुझे पाने की खातिर मैं सभी रस्में निभाऊँगा।
तुम्हें सब देखकर बोलेंगे कि छप्पर में रहती हो,
तुम्हें ऐसा लगेगा जैसे कि महलों में बैठी हो।
तुम्हें गीतों में रचकर मंच से फिर गुनगुनाऊँगा,
तुम्हारे प्यार की बातें ज़माने को सुनाऊँगा।
तेरी साँसों के सँग दिल तक तेरे हर बार आऊँगा,
तुझसे मिलने को तेरे घर बनके मैं अखबार आऊँगा।
मेरी चाहत नहीं है चाँद से दीदार हो जाये,
मैं चूमूँ आसमां को कोई चमत्कार हो जाये।
मेरी चाहत है इतनी सी कुछ ऐसा यार हो जाये,
मेरी तरह तुमको भी मुझसे प्यार हो जाये।
देने को मैं तुम्हें बस चुटकी भर सिन्दूर दे दूँगा,
और उसके सँग जीवन भर का अपना नूर दे दूँगा।
तुम्हें गीतों में लिख-लिख कर बहुत अजान कर दूँगा,
और अपने दिल की दुनियाँ को तुम्हारे नाम कर दूँगा।
तुम्हें रोमाँचित करती सुबह और शाम दे दूँगा,
तुम्हें अपनी सफलतायें सभी अविराम दे दूँगा।
तुम्हें अपने जीवन का सबसे कीमती उपहार दे दूँगा,
तुम्हारे हिस्से में मैं अपनी माँ का प्यार दे दूँगा।
मेरा वादा है कि मैं सब वादे निभाऊँगा,
तुम्हें गीतों का ग़ज़लों का बड़ा संसार दे दूँगा।
- कुमार आशीष
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वाह ,बेहतरीन
ReplyDeleteआभार भैया!
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